इसलिए ध्यान रखें कि दिन भर में दो-तीन कप से ज्यादा ब्लैक टी का सेवन न करें। ब्लैक टी में कैफीन की मौजूदगी के कारण इसके ज्यादा सेवन से अनिद्रा की समस्या हो सकती है।
जहां एक ओर ब्लैक टी पीने के स्वास्थ्य लाभ होते हैं, वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य संबंधी कुछ नुकसान भी देखे गए हैं। तो आइए जानते हैं पोटेशियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस आदि पोषक तत्वों वाली ब्लैक टी पीने के फायदे और नुकसान के बारे में। इसके अलावा इसमें दालचीनी, मुलेठी, नींबू, चॉकलेट, कुछ जड़ी-बूटियां और तुलसी भी पिया जाता है। प्लेन ब्लैक टी पीने के अलावा लोग तरह-तरह के फ्लेवर डालकर भी इसे पीना पसंद करते हैं. आमतौर पर भारत में लोग दूध, चीनी, अदरक, इलायची आदि मिलाकर काली चाय पीना पसंद करते हैं। एंटीऑक्सिडेंट और पॉलीफेनोल्स वाली ब्लैक टी का सेवन पूरी दुनिया में किया जाता है। यह चाय ऑक्सीकृत और किण्वित होती है।
1. मधुमेह में लाभकारी
लेकिन ध्यान रहे कि ब्लैक टी के साथ-साथ डायबिटीज की समस्या में डॉक्टर द्वारा दी गई दवाओं का सेवन करें। विशेषज्ञों के अनुसार ब्लैक टी में मौजूद पॉलीफेनोल्स मधुमेह विरोधी प्रभाव प्रदर्शित करते हैं, जो इंसुलिन की सक्रियता को बढ़ाने में मदद करते हैं। क्योंकि मधुमेह के रोगियों के लिए रक्त शर्करा को नियंत्रित करना आवश्यक है, काली चाय का सेवन रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रण में रखकर मधुमेह के जोखिम को कम कर सकता है।
2. अस्थमा के मरीजों के लिए
ऐसे में ब्लैक टी का सेवन एक अच्छा विकल्प हो सकता है। क्योंकि ब्लैक टी पीने से दमा के मरीजों को सांस लेने में तकलीफ से राहत मिलती है। अस्थमा से पीड़ित लोगों के लिए गर्म तरल पदार्थ पीना फायदेमंद होता है।
3. हड्डियों को स्वस्थ बनाने में
इसके अलावा ब्लैक टी का सेवन ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को कम करने के लिए भी फायदेमंद हो सकता है। हड्डियों को स्वस्थ रखने और हड्डियों की कमजोरी को दूर करने में भी ब्लैक टी के सेवन के फायदे देखे जा सकते हैं।
काली चाय पीने के नुकसान-
1. नींद में परेशानी
नहीं तो आपको नींद से जुड़ी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। ब्लैक टी में कैफीन की मौजूदगी के कारण इसके ज्यादा सेवन से अनिद्रा की समस्या हो सकती है। इसलिए ध्यान रखें कि दिन भर में दो-तीन कप से ज्यादा ब्लैक टी का सेवन न करें।
2. दांतों को नुकसान
अधिक मात्रा में ब्लैक टी का सेवन करने से इस परत को नुकसान पहुंच सकता है। आपके दांतों की बाहरी परत को इनेमल कहा जाता है। ब्लैक टी का ज्यादा सेवन इनेमल को नष्ट कर दांतों को कमजोर और संवेदनशील बना सकता है। इसे हमारे दांतों की सुरक्षात्मक परत कहते हैं।
3. पाचन में गड़बड़ी
इस समय ब्लैक टी पीने से गैस, एसिडिटी जैसी पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। सोने से पहले या रात के खाने के बाद ब्लैक टी का सेवन करने से पेट खराब हो सकता है।
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