विटामिन सी आपके शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्वों में से एक है। यह हमारे शरीर में त्वचा, दांत, हड्डी और उपास्थि सहित विभिन्न ऊतकों के स्वास्थ्य और मरम्मत के लिए आवश्यक है। मानव शरीर विटामिन सी नहीं बना सकता है, इसलिए यह बाहरी आहार स्रोतों पर निर्भर करता है।
विटामिन सी की परिभाषा
विटामिन सी को एस्कॉर्बिक एसिड भी कहा जाता है। यह मानव शरीर द्वारा नहीं बनाया जा सकता है और इसलिए, यह आपके आहार का एक अनिवार्य घटक है।
विटामिन सी की कमी के लक्षण क्या हैं? विटामिन सी की कमी के लक्षण
इसकी कमी से संक्रमण से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है। कोलेजन एक प्रकार का प्रोटीन है जिसे बनाने के लिए विटामिन सी की आवश्यकता होती है। अगर 3 महीने से अधिक समय तक विटामिन सी की कमी रहती है तो स्कर्वी रोग होने की संभावना बढ़ जाती है। आपके शरीर में घावों की तेजी से मरम्मत के लिए कोलेजन की आवश्यकता होती है।
- उपचार शक्ति कम होना
- हर समय थकावट रहना
- घाव जल्दी ठीक नही होना
- रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होना
- तेजी से वजन बढ़ना/घटना
- रूखी सूखी त्वचा
- आंखों की रौशनी कमजोर होना
- मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द रहना
- मसूड़ों में सूजन और अचानक खून आना।
- मुंह से दुर्गंध आना
- नाक से खून आना।
- दांतों का कमजोर होना
विटामिन सी की कमी के कारण
विटामिन सी की कमी के कुछ संभावित कारण नीचे दिए गए हैं:
- स्वस्थ आहार का कम सेवन करना
- आनुवांशिक विकार
- अधिक व्यायाम करना
- डायबिटीज, उच्च रक्तचाप और मोटापे के कारण
- धूम्रपान के कारण
- शरीर में पानी की कमी के कारण
- कीमोथेरेपी और विकिरण थेरेपी
- डायलिसिस या किडनी खराब होना
- रोजाना शराब पीना
- ड्रग्स लेने वालों में
- पाचन और मेटाबॉलिज्म ठीक न होना
- रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत न होना
- लंबे समय से दस्त रहना
- ज्यादा अकेले रहने के कारण
- पोषक तत्व युक्त आहार न खाना
अगर आपको पर्याप्त विटामिन सी नहीं मिलता है तो क्या खाएं?
ऐसे में जहां तक हो सके इसे कच्चे रूप में ही खाएं। फलों और सब्जियों में विटामिन सी गर्मी के संपर्क में आने पर तेजी से विघटित होता है। विटामिन सी शरीर में जमा नहीं होता है इसलिए रोजाना एक फल खाएं।
इन फलों और सब्जियों, जो विटामिन सी के स्रोत हैं, को अपने आहार में शामिल करना चाहिए।
- नींबू
- अमरूद
- काले किशमिश
- लाल मिर्च और हरी मिर्च
- कीवी
- टमाटर
- संतरा
- पीला/लाल शिमला मिर्च
- स्ट्राबेरी
- पपीता
- लीची
- ब्रोकली
- अन्नानास
- पालक
- मटर
- फूलगोभी
विटामिन सी के फायदे
विटामिन सी से भरपूर आहार लेने से कई लाभ प्राप्त होते हैं:
- एंटीऑक्सीडेंट के रूप में
- बढ़ती उम्र के प्रभाव को कम करने के लिए
- शारीरिक क्षमता को बढ़ाने के लिए
- कैंसर से बचाने में
- कैंसर की दवाईयों के प्रभाव को बढ़ाने में
- तनाव को कम करने के लिए
- आयरन के अवशोषण के लिए
- घाव को ठीक करने में
- डोपामाइन और एपिनेफ्रीन के निर्माण में, जो हमारे दिमाग को सक्रिय रूप से चलाने के लिए बेहद आवश्यक हैं
- स्ट्रोक और हृदय रोग के खतरे को कम करने में
- शरीर में सूजन को कम करने
- गठिया और अन्य सूजन की स्थिति को कम करने में
- कोलेजन के निर्माण के लिए
- कोलेस्ट्रॉल और प्रोटीन को पचाने के लिए
- रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए
इन परिस्थितियों में विटामिन सी लेना जरूरी है
विटामिन सी का सेवन कुछ विशेष परिस्थितियों में ही करना चाहिए क्योंकि इसकी कमी होने पर समस्याएं तेज हो जाती हैं।
गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी अपने आहार में अधिक मात्रा में विटामिन सी की आवश्यकता होती है।
जलने पर
ऑपरेशन होने के बाद
थायराइड की मात्रा बढ़ने पर
बहुत अधिक दस्त पड़ने पर
आयरन की कमी होने पर
अत्याधिक ठंड या गर्म वातावरण में रहते हों तो
प्रोटीन की कमी होने पर
बार – बार उल्टी होने पर
धूम्रपान करने वाले व्यक्तियों को
मैं इसे केवल आपकी जानकारी के लिए पोस्ट कर रहा हूं। किसी भी तरह की परेशानी होने पर डॉक्टर से सलाह लें। बीमारियों के बढ़ने का इंतजार न करें।
Buy Immunity Booster Ayurvedic Products
-
Dr Nuskhe Glucowin₹499.00
-
Dr Nuskhe Ashwagandha Powder₹499.00
-
Dr Nuskhe Grapes Jeely₹555.00